अपने माता-पिता से कैसे डील करें जब आप बड़े हो चुके हों: एक जरूरी मार्गदर्शिका

हमारे देश में ज्यादातर युवा अपने करियर के अहम फैसलों में सबसे पहले अपने माता-पिता से ही सलाह लेते हैं। लेकिन क्या हर बार माता-पिता का अनुभव हमारे चुने हुए फील्ड में काम आता है? क्या सिर्फ उन्हें खुश रखने के लिए अपनी इच्छाओं को दबाना सही है? यह लेख इसी ज्वलंत सवाल का जवाब देता है। 1. प्यार और करियर एडवाइस – दोनों अलग हैं आप अपने माता-पिता से प्यार करते हैं, उनका आदर करते हैं – यह जरूरी है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप अपने करियर डिसीज़न भी उनके हिसाब से लें, खासकर जब उनका उस फील्ड में कोई अनुभव न हो। "अगर आपके पेरेंट्स का स्टॉक मार्केट या स्टार्टअप्स में कोई अनुभव नहीं है, तो उनसे उस फील्ड में करियर सलाह लेना आपको गलत दिशा में ले जा सकता है।" 2. डर और इमोशनल ब्लैकमेल से ऊपर उठना सीखें बहुत से युवा इसलिए अपने सपनों को त्याग देते हैं क्योंकि उन्हें डर होता है – "पापा मानेगे नहीं", "मम्मी रोने लगेगी", "घर से निकाल देंगे"। लेकिन याद रखिए: "अगर आप अपने पेरेंट्स से सच्चाई नहीं बोल सकते, तो दुनिया से कैसे लड़ेंगे?" इमोशनल फ्रिक्शन एक फेज होता है। लेकिन अगर आप मजबूत रहते हैं, तो वक्त के साथ आपके माता-पिता भी आपको समझने लगेंगे। 3. सच्चाई छुपाना = झूठ बोलना कई युवा अपने पेरेंट्स को ये बताते ही नहीं कि वो क्या कर रहे हैं। वो जॉब छोड़ चुके होते हैं, लेकिन घर वालों को लगता है कि अभी भी वही नौकरी कर रहे हैं। यह आदत रिश्तों में खटास लाती है। “झूठ बोलना सिर्फ शब्दों से नहीं होता। अपनी भावनाएं, अपने सपने छुपाना भी एक झूठ होता है।” 4. अपने दिल की सुनो, लेकिन जिम्मेदारी से अगर आप कुछ डिफिकल्ट, कुछ अनकंवेंशनल करना चाहते हैं, जैसे बिज़नेस, स्टार्टअप, स्टॉक मार्केट, तो जरूरी है कि आप उसमें 100% कमिटेड हों। ये भी जरूरी है कि आप दिखाएं कि आप सिर्फ सपने नहीं देख रहे, बल्कि उन्हें सच भी कर सकते हैं। “जब आप अपने दिल की सुनकर एक्शन लेते हैं, तभी दुनिया भी आपके साथ आती है – और पेरेंट्स भी।” 5. सम्मान का सही मतलब समझें माता-पिता का सम्मान करना ये नहीं होता कि आप उनकी हर बात बिना सोचे समझे मान लें। असली सम्मान तब है जब आप उनके सामने सच्चाई से खड़े हो सकें, और अपनी बात मजबूती से कह सकें। “आप अपने माता-पिता को खुश तभी रख सकते हैं जब आप खुद अपनी जिंदगी में खुश हों।” निष्कर्ष अगर आप अपने पेरेंट्स के साथ एक हेल्दी और प्रैक्टिकल रिश्ता बनाना चाहते हैं, तो इन बातों को समझना जरूरी है: करियर एडवाइस तभी लें जब उनके पास उस फील्ड का अनुभव हो। अपनी भावनाएं, अपनी सच्चाई उनके सामने रखें। कुछ समय टकराव होगा, लेकिन अगर आपका इरादा सही है, तो वो भी आपको समझेंगे। झूठ बोलकर या डर के साथ जिंदगी नहीं जिया जा सकता। अंतिम संदेश: “अगर आप खुद से सच्चे रहेंगे, तो धीरे-धीरे पूरी दुनिया – और आपके माता-पिता भी – आपके साथ जुड़ जाएंगे।”

8/6/20251 min read

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