Perceived Reality vs Stock Market Reality: एक बड़ा निवेशक सबक!

क्या आप भी एक ही स्टॉक से emotionally attached हो जाते हैं? जैसे ही आपने किसी कंपनी में रिसर्च किया, PPT देखा, कॉन कॉल पढ़ा, मैनेजमेंट की बात सुनी, और पैसे लगाए — अब आपको लगता है कि स्टॉक को तो अब भागना ही चाहिए! क्योंकि आपने मेहनत की है… सही? गलत! Stock Market आपकी मेहनत को नहीं जानता। उसे फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितना रिसर्च किया। वो अपने रफ्तार से चलेगा — चाहे आपकी उम्मीदें कुछ भी कहें। 🤯 Reality vs Perceived Reality Perceived Reality: "मैंने रिसर्च किया है, कंपनी ग्रो कर रही है, अब तो स्टॉक ऊपर ही जाएगा।" Actual Reality: "Millions of traders, investors, और FII/DII की buying-selling से स्टॉक की दिशा बनती है।" 💥 Emotional Attachment = Financial Destruction जब आप किसी स्टॉक से emotionally attached हो जाते हैं: आप रोज चार्ट देखने लगते हैं। एक-दो हफ्ते की गिरावट से घबरा जाते हैं। अपनी खुद की रिसर्च पर शक करने लगते हैं। फिर panic में आकर बेच देते हैं। 💡 और जब असली रैली शुरू होती है, तब आप उस स्टॉक में होते ही नहीं! ✅ Solution क्या है? – Detachment with Discipline स्टॉक रिसर्च करो – PPT, कॉन कॉल, गाइडेंस, Valuation सब। एक फ्रेमवर्क बनाओ – निवेश की चेकलिस्ट के साथ। निवेश करो – और फिर Outcome को लेकर ज़्यादा मत सोचो। चार्ट मत घूरो – कंपनी को ट्रैक करो। ट्रस्ट द प्रोसेस – प्रोसेस से प्यार करो, रिजल्ट से नहीं। 📈 Reality: Stock returns aren’t linear, even if business is! कई बार EPS बढ़ रहा होता है, ROE improve हो रही होती है, कंपनी expansion कर रही होती है — लेकिन स्टॉक साइडवेज या गिरता है। और फिर एक दिन… 20% सर्किट! या फिर 3 महीने में Stock Doubles! 🧘‍♂️ Same Mindset in Life & Job जैसे ऑफिस में रोज़ डरते रहोगे कि “नौकरी ना चली जाए” – तो ना प्रोडक्टिविटी आएगी, ना growth। उसी तरह मार्केट में रोज Outcome सोचोगे – तो ना टिक पाओगे, ना Multibagger पकड़ पाओगे। 🎯 इसलिए याद रखो: मेहनत करो लेकिन Outcome से Detach रहो। जो Control में है – उस पर Focus करो। प्रोसेस पर भरोसा रखो – Time Market को दो

Daksh Saini

8/5/20251 min read

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